तेरे पाओं में माँ इस दो जहा की दौलत है
तेरे हाथो मे माँ खुदा के जैसी बरक़त है
पाँव छू लेना तो लगता मुझे इबादत है
...
खुदा को भी कहा नसीब है पाकीजगी ये
खुदा से बढ़ के माँ रुतबा है तेरी शोहरत है
तेरे हाथो से निवाला जो मैने खाया है
लोरिया गा के तूने गोद मे सुलाया है
तेरी तारीफ़ तो दिया दिखाना सूरज को
मेरी माँ तू तो बस खुदा का ही सरमाया है
तेरी दुआओं से हासिल मुझे मक़ाम हुआ
था मैं जर्रा ,अब शुमारो मे मेरा हुआ
तेरी दुआ से हर एक राह खुशगवार हुई
हो दिन या रात संग तेरे चलती तेरी दुआ
तेरे हाथो मे माँ खुदा के जैसी बरक़त है
पाँव छू लेना तो लगता मुझे इबादत है
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खुदा को भी कहा नसीब है पाकीजगी ये
खुदा से बढ़ के माँ रुतबा है तेरी शोहरत है
तेरे हाथो से निवाला जो मैने खाया है
लोरिया गा के तूने गोद मे सुलाया है
तेरी तारीफ़ तो दिया दिखाना सूरज को
मेरी माँ तू तो बस खुदा का ही सरमाया है
तेरी दुआओं से हासिल मुझे मक़ाम हुआ
था मैं जर्रा ,अब शुमारो मे मेरा हुआ
तेरी दुआ से हर एक राह खुशगवार हुई
हो दिन या रात संग तेरे चलती तेरी दुआ
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