अब तो कोई नया मजहब ही चलाओ यारो
अब नहीं हिन्दू मुसलमान बनाओ यारो
हमको शैतान बना देती है बाते उनकी
उन हफीजो को भी ये बात बताओ यारो
है सभी जल रहे नफरत की गर्म भट्टी मे
... करो बरसात ऐ अमन आग बुझाओ यारो
तुम भी दावा अगर इंसानियत का करते हो
हो के इंसान ना इंसान को खाओ यारो
अन्धेरा नफरतो का अब तो दूर कर दो मणि
जलो खुद भी मेरा हर क़तरा जलाओ यारो
बडे भजन शबद अजान कर लिए तुमने
अब तो इंसानियत के गीत भी गाओ यारो
अब नहीं हिन्दू मुसलमान बनाओ यारो
हमको शैतान बना देती है बाते उनकी
उन हफीजो को भी ये बात बताओ यारो
है सभी जल रहे नफरत की गर्म भट्टी मे
... करो बरसात ऐ अमन आग बुझाओ यारो
तुम भी दावा अगर इंसानियत का करते हो
हो के इंसान ना इंसान को खाओ यारो
अन्धेरा नफरतो का अब तो दूर कर दो मणि
जलो खुद भी मेरा हर क़तरा जलाओ यारो
बडे भजन शबद अजान कर लिए तुमने
अब तो इंसानियत के गीत भी गाओ यारो
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