ग़ज़ल
किसी के
दिल को तु सुकून जरा दे के देख
बड़ी दुआए
प्यार बेशुमार पायेगा
खुदा का
अक्स तु बन्दा ए खुदा मे तो देख
बड़ा सुकून
तु दिल का करार पायेगा
तु अपना
नूर ये दौलत जरा लुटा के देख
तु खुद ही
बंदे ये फसल ए बहार पायेगा
दिल की गहराइयों
से तु पुकार के तो देख
यार तो यार
,खुदा दौड़ा चला आएगा
जितेन्द्र मणि
No comments:
Post a Comment