तन्हाई उनके जाते ही पहलू मे आ गयी
खाबो मे खयालो मे इस क़दर से छा गयी
होने ना दिया एक पल भी तनहा फिर मुझे
तन्हाई संग थी ,नहीं तनहा किया मुझे
इतनी तो वफ़ा मुझसे तन्हाई निभा गयी
उनसे जियादा साथ मेरा ये निभा गयी
जितेन्द्र मणि
अतिरिक्त उपायुक्त
पी सी आर
तनहाई की वफा को मैने इस तरह है जाना,
ReplyDeleteजीना सिखाती यह हर पल जहाँ गैर है जमाना।
रचना:
प्रतीक संचेती