Tuesday 24 December 2013


              ग़ज़ल

किसी के दिल को तु सुकून जरा दे के देख

बड़ी दुआए प्यार बेशुमार पायेगा

खुदा का अक्स तु बन्दा ए खुदा मे तो देख

बड़ा सुकून तु दिल का करार पायेगा

तु अपना नूर ये दौलत जरा लुटा के देख

तु खुद ही बंदे ये फसल ए बहार पायेगा

दिल की गहराइयों से तु पुकार के तो देख

यार तो यार ,खुदा दौड़ा चला आएगा

जितेन्द्र मणि  

No comments:

Post a Comment